सोमवार, 29 जुलाई 2013

रोना आये तो - नज़्म

रोना आये
तो जी भर कर रो लेना तुम
आँखों में
काग़ज़ होते हैं
जिनपे खाब लिखे होते हैं
अश्कों को गर रोकोगे तुम बहने से
वो आँखों में भर जायेंगे
धीरे धीरे
वो सब कागज़
जिन पर ख़ाब लिखे होते हैं
गल जायेंगे
रोना आये
तो जी भर कर रो लेना तुम..!

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